कई सुने हुए, तो कई सुनाये हुए, यह किस्से, कहानियाँ बन जाते हैं...! कई सुने हुए, तो कई सुनाये हुए, यह किस्से, कहानियाँ बन जाते हैं...!
ईश्वर, अल्लाह, हैं दोनो हैरान था मज़हब बनाया या इंसान...? ईश्वर, अल्लाह, हैं दोनो हैरान था मज़हब बनाया या इंसान...?
मेरे ये ख्वाब है कि मैं मक्का मदीना देखूं आदमजात को होते सीन पासीना देखूं। मेरे ये ख्वाब है कि मैं मक्का मदीना देखूं आदमजात को होते सीन पासीना देखूं।
ऊंच नीच का भेद भूलकर , संवारे अपने भी करम। ऊंच नीच का भेद भूलकर , संवारे अपने भी करम।
अब बस करो न गैर बनो, न दोहराओ इतिहास की बातों को । न जाने कितने मरेंगे, कितने खोएंगे अब बस करो न गैर बनो, न दोहराओ इतिहास की बातों को । न जाने कितने मरेंगे, कितन...